माइग्रेन और उसके लक्षण
माइग्रेन दुनिया की सबसे आम समस्याओं में से एक है । यह एक प्रकार का सदस्य है । जो आमतौर पर सिर के एक तरफ होता है । जो दाएं या बाएं किसी भी तरफ हो सकता है । कुछ एक तिहाई लोगों में यह दोनों तरफ भी होता है ।
माइग्रेन में एक अलग प्रकार का सर दर्द होता है । जिसे चुभन या चभक चभक का दर्द भी कह सकते हैं । जैसे कि उससे में एक तरफ कोई नस फड़क रही हो ।
जरूरी नहीं कि माइग्रेन में सिर्फ सर दर्द ही हो । और भी कई लक्षण है जो माइग्रेन में देखे जा सकते हैं । जैसे की आंखों के आगे धुंधलापन होना । तेज लाइट या तेज आवाज से परेशान होना । चक्कर आना । उल्टी आना । और कभी कभी हाथ पैर सुन्न पड़ जाना । इन सभी लक्षणों को माइग्रेन का प्रभाव या Aura बोलते हैं । यह औरा माइग्रेन का दर्द होने के 1 घंटे पहले तक आ सकता है ।
सामान्य रूप से माइग्रेन का दर्द 4 घंटे से लेकर 72 घंटे तक रह सकता है । इसका असर आम तौर पर सुबह उठने पर ज्यादा देखा जाता है । क्योंकि यह ज्यादातर तनाव की वजह से ही होता है । अगर दिन भर तनाव भरा रहा हो, तो संभव है कि अगली सुबह आप माइग्रेन के साथ उठे ।
सामान्य सर दर्द और माइग्रेन के दर्द में अंतर
सामान्य दर्द अक्सर पूरे सर में । चेहरे पर । या कई बार गर्दन तक आ जाता है । यह कभी कम तो कभी ज्यादा हो जाता है । जबकि माइग्रेशन के एक तरफ की होता है । जब भी माइग्रेन का दर्द होता है तो यह बहुत ही असहनीय होता है । और इस दर्द के साथ ऊपर बताए गए लक्षण भी दिखाई देते हैं । जो सामान्य सर दर्द में नहीं देखे जाते ।
माइग्रेन के प्रकार
पहला है Classical Migrane- Classical Migrane Aura के साथ होता है । यानि उसमें ऊपर बताए गए लक्षण भी दिखाई देते हैं ।
दूसरा है Migrane Without Aura इसमें सिर में सिर्फ एक तरफ चुभन या चमक चमक की तरह दर्द होता है । लेकिन बाकी की परेशानियां दिखाई नहीं पड़ती ।
इसके अलावा कुछ सामान्य माइग्रेन की होते हैं । जैसे कि –
Basilar Migrane – इसमें माइग्रेन गर्दन की तरफ होता है । जिससे निगलने में या सांस लेने में परेशानी हो सकती है ।
Opthalamoplegic Migrane – इसमें आँख हिलना बंद हो जाती है ।
Hemiplegic Migrane – इसमें शरीर में एक तरफ लकवा मार जाता है ।
Abdominal Migrane – इसमें सर दर्द के साथ-साथ पेट दर्द भी शुरू हो जाता है ।
Status migranosus – इसमें माइग्रेन का दर्द लगातार होता रहता है । जब तक कि कोई उपचार ना किया जाए । यह माइग्रेन की एक आपात स्थिति (Medical Emergency) होती है । जिसमें तुरंत उपचार की आवश्यकता पड़ती है ।
माइग्रेन के कारण
माइग्रेन दिमाग की नसों में सिकुड़न आने की वजह से होता है । कुछ सामान्य कारण है जिससे माइग्रेन हो सकता है –
अनुवांशिक जेनेटिक कारण ।
तेज रोशनी और तेज आवाज ।
मौसम का बदलना ।
बहुत ज्यादा तनाव या अवसाद की स्थिति ।
बहुत कम सोना या बहुत ज्यादा सोना ।
कम खाना या ब्लड शुगर लोग होना।
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा माइग्रेन पाया जाता है ।
माइग्रेन के उपाय
आइस पैक
जब भी माइग्रेन का अटैक हो । उस समय कोई भी ठंडी चीज़ जैसे की आइस पैक सर पर लगाएं । उससे नसों की सूजन कम हो जाती है । और माइग्रेन के दर्द में उस से राहत मिलती है ।
लैवंडर ऑयल
लैवंडर ऑयल की कुछ बूंदे सर पर तथा पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदें कान के आगे लगाने से माइग्रेन के दर्द में काफी हद तक राहत मिलती है ।
अदरक
अगर माइग्रेन तनाव की वजह से हो रहा हो तो अदरक खाने से भी आराम मिल जाता है ।
माइग्रेन के लिए दिनचर्या
पानी पियें – जिन लोगों को बार-बार माइग्रेन अटैक आता है । उनको पानी अधिक से अधिक मात्रा में पीना चाहिए । कभी-कभी पानी की कमी से भी माइग्रेन हो जाता है । इसलिए दिन में कम से कम 2 से 4 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए ।
पूरी नींद लें – चिकित्सकों के अनुसार 7 से 8 घंटे की नींद लेना अवश्य है इसलिए पूरी नींद अवश्य लें ।
व्यायाम और योगा करें – जो लोग नियमित रूप से व्यायाम या योगा करते हैं उनमें माइग्रेन की संभावना कम होती है । इसलिए प्रतिदिन व्यायाम के लिए समय अवश्य निकालें ।
ध्यान (Meditation) करें – Meditation करने वालों में माइग्रेन होने की संभावना सबसे कम होती है । ध्यान तनाव और अवसाद को कम करता है । दिमाग को रिलैक्स करता है ।
समय पर भोजन करें – अगर आप ज्यादा काम की वजह से या किसी भी वजह से समय पर भोजन नहीं कर पाते हैं । तो अपने साथ कोई भी खाने का सामान अवश्य रखें । जैसे कि कोई फल या बिस्कुट आदि । जिनको कि आप खाने के समय पर खा सकें । इससे शुगर नियंत्रित रहेगी ।
चाय कॉफी अल्कोहल से परहेज करें – अगर आप चाय कॉफी या अल्कोहलअधिक मात्रा में लेते हैं । तो बंद कर दें या धीरे-धीरे कम कर दे ।
डॉक्टर से कब संपर्क करें
अगर आपका माइग्रेन 50 की उम्र के बाद हो । सर दर्द इतना ज्यादा हो कि रात को नींद खुल जाती हो । सुबह इतना तेज दर्द हो कि उल्टी करने के बाद ही आराम मिले । आप रोज सर दर्द की दवाइयां ले रहे हो लेकिन आराम नहीं मिल रहा हो ।
अगर दर्द इतना ज्यादा हो कि आप की सामान्य और सामाजिक जीवन पर भी असर पड़ रहा हो । हाथ पैर सुन रहने लगे हो । धुंधला दिखाई पड़ने लगे । एक के स्थान पर दो दो चीजें दिखाई देने लगे । हाथ पैरों में कमजोरी आने लगे । बोलने में तकलीफ हो ।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण आपको दिखाई दे । तो तुरंत किसी चिकित्सक के पास जाना चाहिए ।
क्योंकि जीवन अनमोल है